शनिवार, 31 अक्तूबर 2020

कलेक्टर ने मतदान हेतु नोडल अधिकारियों को सौंपे गए कार्यो की समीक्षा की - 80 बसों के माध्यम मतदान दल मतदान केन्द्र पर पहुंचेगे

 

 कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री बी. विजय दत्ता ने भाण्ड़ेर विधानसभा उपनिर्वाचन हेतु नियुक्त किए गए नोडल अधिकारियों को सौंपे गए कार्यो और दायित्वों की समीक्षा करते हुए मतदान हेतु की जाने वाली व्यवस्थाओं के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिए। न्यू कलेक्ट्रेट के सभाकक्ष में शनिवार को आयोजित बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री गुरूकरण सिंह, अपर कलेक्टर श्री सुजान सिंह रावत, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अतेन्द्र सिंह गुर्जर सहित सभी नोडल अधिकारी आदि उपस्थित थे।
    कलेक्टर ने सभी नोडल अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि मतदान हेतु अब कुछ ही दिन शेष बचे है किसी भी नोडल अधिकारी को किसी भी प्रकार की शंका या परेशानी हो उसे अवगत करायें। जिससे निराकरण की कार्यवाही की जा सके। उन्होंने मतदान प्रशिक्षण के प्रभारी अधिकारी को निर्देश दिए कि मतदान प्रक्रिया के संबंध में नोडल अधिकारियों को भी प्रशिक्षित करें जिससे आवश्यकता पड़ने पर इनका उपयोग किया जा सके। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि मतदान सामग्री वितरण केन्द्र से मतदान केन्द्रों तक मतदान दल के सदस्यों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो।
    कलेक्टर श्री दत्ता ने मतदान कर्मियों को दिए जाने वाले परिचय पत्रों के संबंध में चर्चा करते हुए कहा कि मतदान कर्मियों को समय रहते उनको परिचय पत्र प्रदाय करना सुनिश्चित किया जाए। जिससे मतदान कर्मियों को किसी प्रकार की परेशानी न हो। कलेक्टर ने मतदान वाले दिन अर्थात 3 नवम्बर को संबंधित नोडल अधिकारियों द्वारा किए जाने वाले कार्यो की भी समीक्षा की।
    बैठक में जिला परिवहन अधिकारी ने बताया कि भाण्ड़ेर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में मतदान दलों को मतदन केन्द्रों तक ले जाने एवं मतदन उपरांत मतगणना स्थल तक वापिस लाने हेतु 80 बसों की व्यवस्था की गई है। जबकि इसके अतिरिक्त 50 फोर व्हीलर वाहनों की व्यवस्था की गई है। प्रत्येक बस के ऊपर लगाए जाने वाले रूट चार्ट एवं उसके तहत् आने वाले मतदान केन्द्र तथा सेक्टर का भी उल्लेख किया जाएगा।

6 असामाजिक तत्वों को किया जिला बदर

 जिला मजिस्ट्रेट श्री बी. विजय दत्ता ने विभिन्न आपराधिक गतिविधियों में लिप्त एवं विभिन्न धाराओं में पुलिस थानों में प्रकरण दर्ज होने पर पुलिस अधीक्षक की अनुशंसा पर 6 असामाजिक तत्वों जिसमें चार को 6 माह के लिए और दो पर तीन माह के लिए जिला बदर की कार्यवाही कर जिला दतिया एवं उससे लगे अन्य जिलों की सीमाओं से बाहर चले जाने के आदेश दिए है।

    जिला मजिस्ट्रेट श्री बी. विजय दत्ता ने मध्यप्रदेश राज्य सुरक्षा अधिनियम 1990 की धारा 3 की सहपठित धारा 5 के तहत् प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए थाना भाण्ड़ेर के ग्राम बेरछ निवासी शिवम उर्फ पटेल पुत्र रज्जन सिंह यादव को, थाना कोतवाली दतिया के दरोगा वाली गली निवासी दीपक उर्फ दीपम मलैया पुत्र राजेन्द्र मलैया को, थाना कोतवाली दतिया के सायनी मोहल्ला निवासी बेटू खां पुत्र रशीद खां को, थाना कोतवाली दतिया के होलीपुरा निवासी शिवम सिहारे पुत्र श्री टुन्डे उर्फ रविन्द्र सिहारे को विभिन्न धाराओं में अपराध प्रकरण पंजीबद्ध होने पर 6 के लिए जिला बदर की कार्यवाही की है। जबकि थाना सिविल लाईन दतिया के ग्राम महाराजपुरा निवासी मानवेन्द्र पुत्र गब्बर सिंह गुर्जर, थाना पण्ड़ोखर के ग्राम बिल्हैटी निवासी माताप्रसाद पुत्र धनीराम जाटव को विभिन्न धाराओं में अपराध प्रकरण पंजीबद्ध होने पर 3 के लिए जिला बदर की कार्यवाही की है। और इन्हें निर्देश दिए गए है कि वह निर्धारित की गई की काल अवधि के लिए जिला दतिया एवं उससे लगे अन्य जिले शिवपुरी, ग्वालियर, भिण्ड़ जिलों की राजस्व सीमाओं से बाहर चले जाए। निष्काशन अवधि में यह अपने निवास की जानकारी डाक के माध्यम से जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय एवं संबंधित थाने को भेजेंगे।

म.प्र.स्थापना दिवस पर शासकीय भवनों पर होगी रोशनी

 मध्यप्रदेश स्थापना दिवस 1 नवम्बर को प्रति वर्ष जिला स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किए जाते है। लेकिन शासन ने नोवेले कोरोना वायरस कोविड-19 को दृष्टिगत रखते हुए मध्यप्रदेश स्थापना दिवस पर प्रदेश में स्थित सभी मुख्य शासकीय भवनों पर 1 नवम्बर 2020 की रात्रि को रोशनी की जाएगी।

शासकीय सेवकों ने ली राष्ट्रीय एकता की शपथ

 


सरदार वल्लभ भाई पटेल की जन्म-तिथि 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाई गई। 31 अक्टूबर राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर न्यू कलेक्ट्रेट में कलेक्टर श्री बी. विजय दत्ता ने उपस्थित अधिकारियों, कर्मचारियों को राष्ट्रीय एकता की शपथ दिलाई।

    इस मौके पर पुलिस अधीक्षक श्री गुरूकरण सिंह, अपर कलेक्टर श्री एसएस रावत, अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) दतिया श्री अशोक सिंह चौहान सहित कलेक्ट्रेट की विभिन्न विभागों एवं शाखाओं के अधिकारी, कर्मचारीगण उपस्थित थे।

24×7 ईव्हीएम स्ट्रांग रूम कंट्रोल रूम का गठन

 विधानसभा उपनिर्वाचन 2020 के तहत् दतिया जिले में स्थित विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र 21 भाण्ड़ेर (अ.जा.) हेतु जिला स्तर पर संचार तथा सूचनाओं के आदान प्रदान हेतु 24×7 ईव्हीएम स्ट्रांग रूम कंट्रोल रूम गठित किया गया है।

    कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री बी. विजय दत्ता ने बताया कि इस कंट्रोल रूम पर 24 घंटे अधिकारियों एवं कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। जिसमें प्रातः 6 बजे दोपहर 2 बजे तक प्रथम पाली में प्राध्यापक डॉ. सुभाष कौशिका, सहायक अध्यापक श्री अजय प्रजापति, अमीन जल संसाधन श्री विष्णु दत्त मिश्रा, भृत्य श्री मुन्नालाल कुशवाहा, श्री वृन्दावन रहेंगे। दोपहर 2 बजे से रात्रि 10 बजे तक द्धितीय पाली में प्राध्यापक श्री सुधीर पाण्डे़य, अमीन जल सांधन श्री राजीव श्रीवास्तव, सहायक-वर्ग 3 श्री राजेश भूषण दुबे, भृत्य श्री हरीराम साहू, भृत्य श्री रामकुमार शर्मा रहेंगे। रात्रि 10 बजे से प्रातः 6 बजे तक तृतीय पाली में सहायक प्राध्यापक श्री चंदन सिंह यादव, सहायक वर्ग-3 श्री आशीष अग्रवाल, प्राथमिक शिक्षक श्री अनंत राम गौतम, कार्यपालन यंत्री श्री ईश्तयाक खंन भृत्य श्री सुनील सिंह राय रहेंगे।

राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर ऑनलाईन विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया

  म.प्र. राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जबलपुर के जारी कार्ययोजना वर्ष 2020 के अनुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण दतिया द्वारा जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष श्रीमती सुनीता यादव के मार्गदर्शन में भारत की एकता और अखण्डता के प्रतीक तथा भारत को एक सूत्र में मोतियों की तरह पिरोह कर अखण्ड भारत के सपने को साकार करने एवं आधुनिक भारत के शिल्पकार, महान स्वतंत्रता सेनानी, भारत रत्न, लोह पुरूष सरदार वल्लभभाई पटेल की जंयती पर आज 31 अक्टूबर 2020 शनिवार को ए.डी.आर दतिया में ऑनलाईन राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया ।  

    विधिक जागरूकता शिविर में सचिव एवं अपर जिला न्यायाधीश दतिया श्री दिनेश कुमार खटीक द्वारा राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर बधाई देते हुये। नागरिकों को एकजुटता के साथ रहने का संदेश देते हुये बताया गया कि नागरिकों के एकजुट होने से बडी से बडी कठिनाईयों का आसान तरीके से समाधान किया जा सकता है तथा राष्ट्र की अखण्डता के लिए सभी का एकजुट होना अत्यंत आवश्यक है जो एक अच्छे समाज का निर्माण भी करता है।         
इस अवसर पर पैरालीगल वालेंटियर श्री सुदीप तिवारी, सुनील त्यागी जिविसेप्रा सहित बीएस.डब्लू के छात्र छात्रायें उपस्थित रहे

जेल में बंद बंदियों के परिजन मुलाकात कर सकेंगे आज से

 राज्य शासन ने जेल में परिरूद्व बंदियों की उनके परिजनों से मुलाकात करने की अनुमति 1 नवम्बर 2020 से शुरू होगी। बंदियों से उनके परिजनों से मुलाकात जेल मुख्यालय द्वारा दिए गए निर्देशों तथा कोविड-19 की गाईड लाईन का पालन करते हुए करनी होगी। 

    जिला जेल दतिया के अधीक्षक ने बताया कि विचाराधीन बंदियों को सप्ताह में एक वार एवं दंडित बंदियों को 15 दिन में एक बार मुलाकात की अनुमति दी जायेगी। एक बन्दी से दो व्यक्ति ही मुलाकात हेतु आवेदन दे सकेंगे। एक वार में दो से अधिक व्यक्ति मुलाकात नहीं करेंगे। मुलाकात का समय प्रातः 8 बजे दोपहर 3 बजे तक निर्धारित किया गया है। मुलाकात की समय सीमा भी 20 मिनिट के स्थान पर 15 मिनिट रहेगी। विशेष परिस्थतियों में 2 से अधिक व्यक्तियों के मुलाकात संबंधी प्राप्त आवेदनों पर जेल अधीक्षक परीक्षण कर आवश्यक कार्यवाही करेंगे।
    जिला जेल के अधीक्षक ने बताया कि सभी बंदियों को इनकमिंग दूरभाष सुविधा का लाभ शासन के दिशा निर्देशों के अनुरूप यथावत जारी रहेगा। मुलाकत कक्ष में आने वाले प्रत्येक परिजन एवं बंदी के लिए मास्क लगाना आवश्यक होगा। कोविड-19 संक्रमण के बचाव हेतु केन्द्र एवं राज्य शासन तथा जेल विभाग भोपाल द्वारा समय-समय पर जारी निदेशों का पालन करना होगा।

कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने मतदान वितरण सामग्री स्थल का किया निरीक्षण

 

दतिया जिले के भाण्ड़ेर (अ.जा.) विधानसभा उपनिर्वाचन हेतु 3 नवम्बर 2020 को होने वाले मतदान के लिए मतदान दलों को सामग्री प्रदाय की सभी व्यवस्थायें एवं तैयारियां पूर्ण कर ली गई है।
    कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री बी. विजय दत्ता एवं पुलिस अधीक्षक श्री गुरूकरण सिंह ने शनिवार को मतगणना स्थल शासकीय पॉलीटैक्निक महाविद्यालय दतिया से मतदान दलों को 2 नवम्बर को प्रदाय की जाने वाली सामग्री वितरण की व्यवस्थाओं का जायजा लिया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए। इस दौरान अपर कलेक्टर श्री एसएस रावत, उपजिला निर्वाचन अधिकारी श्री अशोक सिंह चौहान सहित संबंधित अधिकारीगण आदि साथ थे। 

माईक्रो ऑब्जर्वर मतदान के दिन सामान्य प्रेक्षक के प्रतिनिधि के रूप में कार्य करें

 

भारत निर्वाचन आयोग द्वारा दतिया जिले के भाण्ड़ेर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र (अ.जा.) के उपनिर्वाचन हेतु नियुक्त किए गए सामान्य् प्रेक्षक श्री श्रीकांत शास्त्री ने मतदान केन्द्रों पर होने वाली गतिविधियों पर निगरानी रखने हेतु नियुक्त किए गए माईक्रो ऑब्जर्वर को दिए जा रहे प्रशिक्षण का अवलोकन कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
    सामान्य प्रेक्षक श्री शास्त्री ने श्री रावतपुरा सरकार इंस्टीट्यूट कॉलेज दतिया में दिए जा रहे माईक्रो ऑब्जर्वर के द्धितीय प्रशिक्षण को संबोधित करते हुए कहा कि मतदान के दिन 3 नवम्बर को मतदान केन्द्र पर होने वाली प्रत्येक गतिविधि पर माईक्रो ऑब्जर्वर निगरानी रखें। उन्होंने कहा कि माईक्रो ऑब्जर्वर आयोग द्वारा नियुक्त सामान्य प्रेक्षक के प्रतिनिधि के रूप में कार्य करेंगे। सभी माईक्रो ऑब्जर्वर का दायित्व है कि भारत निर्वाचन आयेाग के दिशा निर्देशों के साथ कोविड-19 की गाईड लाईन का पालन करते हुऐ मतदान शांति पूर्ण एवं निष्पक्ष रूप से सम्पन्न हो। किसी भी प्रकार की मतदान दल को परेशानी आने पर त्वरित उसकी मदद करें। उन्होंने कहा कि सामान्य प्रेक्षक मतदान केन्द्र के आसपास एवं मतदान केन्द्र पर होने वाली गतिविधियों का पूर्ण ब्यौरा भी निर्धारित प्रारूप में दें।

सामान्य प्रेक्षक की उपस्थिति में माईक्रो ऑब्जर्बर का द्वितीय चरण का रेण्डमाईजेशन सम्पन्न

 


दतिया जिले के भाण्ड़ेर विधानसभा उपनिर्वाचन हेतु 3 नवम्बर को क्रिटीकल मतदान केन्द्रों पर निगरानी रखने हेतु नियुक्त किए गए माईक्रो ऑब्जर्बर (सूक्ष्म प्रेक्षक) का द्धितीय चरण का रेण्ड़माईजेशन सामान्य प्रेक्षक श्री श्रीकांत शास्त्री की उपस्थिति में एनआईसी कक्ष में शुक्रवार को सम्पन्न हुआ। इस मौके पर कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री बी. विजय दत्ता, अपर कलेक्टर श्री सुजान सिंह रावत, एनआईसी की सूचना अधिकारी श्रीमती पूनम मांढ़रे सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे

धान की फसल कटाई उपरांत अवशेषों को जलाने पर लगेगा पर्यावरण मुआवजा

 जिले में धान की फसल कटाई उपरांत उसके अवशेषों को अंधाधुध तरीके से जलाये जाने को तत्काल प्रभाव से प्रतिबंधित कर दिया गया है। अवशेषों को जो व्यक्ति या संस्था द्वारा जलाये जाते पाए जाने पर संबंधित व्यक्ति अथवा संस्था पर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के निर्देशानुसार पर्यावरण मुआवजा भरना होगा।

    कलेक्टर श्री बी. विजय दत्ता ने इस संबंध में दण्ड़ प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 144 के तहत् जारी आदेश में उल्लेख किया है कि जिले में धान की फसल कटाई उपरांत उनके अवशेष को जलाने से होने वाले प्रदूषण एवं आगजनी की घटनाओं से आमजन के स्वास्थ्य एवं उनके जानमाल की सुरक्षा तथा भूमि की उर्वरा शक्ति नष्ट न हो इसको देखते हुए कोई भी किसान धान की फसल काटने के उपरांत फसल अवशेष नरवई के रूप में जलाना पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा।
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के निर्देशानुसार पर्यावरण मुआवजे के रूप में दो एकड़ या उससे कम भूमि धारक को 2500 रूपये प्रति घटना, दो एकड़ से अधिक लेकिन पांच एकड़ से कम भूमि धारक को 5 हजार रूपये प्रति घटना और पांच एकड़ से अधिक भूमि धारक को 15 हजार प्रति घटना का पर्यावरण मुआवजा देना होगा।
    कम्बाईन संचालक धान फसल कटाई के समय पूर्ण ऐतियात बरतें। जिसमें अग्निश्मन यंत्र, रेत की बाल्टियां इत्यादि हमेशा व्यवस्थित रूप से रखकर इसके लिए आवश्यक मैन पावर की व्यवस्था करेंगे। आदेश में उल्लेख किया है कि खेतों के आस-पास लगे ट्रासफार्मर से कभी भी चिंगारी एवं शार्ट सर्किट से भी आगजनी की घटनायें हो सकती है। आगजनी की घटनायें न हो इसके लिए म.प्र. राज्य विद्युत वितरण निगम के अधीक्षण यंत्री यह सुनिश्चत करें कि खेतो के आसपास लगे ट्रांसफार्मरों की निरंतर मॉनीटरिंग की जाये।
    जारी आदेश में उल्लेख किया है कि यदि कोई व्यक्ति संस्था जिले के अंतर्गत धान की फसल कटाई उपरांत फसल अवशेषों को जलता है। उसे ग्रीन पर्यावरण मुआवजा अदा करने के साथ आदेश का उल्लंघन होने पर भारतीय दंड विधान की धारा 188 के तहत् दंड़नीय होगा। पर्यावरण मुआवजा एवं अर्थ दण्ड़ हेतु संबंधित क्षेत्र के अनुविभागीय दण्ड़ाधिकारी को अधिग्रत किया गया है।
 

करैरा विधानसभा क्षेत्र के तहत् जिले के आने वाले मतदान केन्द्रों के लिए सेक्टर मजिस्ट्रेट नियुक्त

 कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री बी. विजय दत्ता ने विधानसभा उपनिर्वाचन 2020 के अंतर्गत शिवपुरी जिले के विधानसभा क्षेत्र 023-करैरा के ऐसे मतदान केन्द्र जो दतिया जिले के प्रशासकीय क्षेत्र में स्थित है। इन मतदान केन्द्रों के लिए  नायब तहसीलदार बड़ौनी मोहिनी साहू को सेक्टर मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया है। जो मतदान के दौरान कानून व्यवस्था रखनें तथा शांतिपूर्ण निर्वाचन का कार्य संपादित कराएगी। इनका मोबाईल नं. 8871076880 है।

    कैरारा विधानसभा क्षेत्र में जिले के आने वाले मतदान केन्द्र इस प्रकार है बड़गोर, सहीड़ाकलां, सहीड़ाखुर्द, लमकना, कलोथरासानी, रावबुजुर्ग एवं 130 क-बिल्हारी खुर्द, सनाई, मड़ोर एवं 133 क सहदोरा, 135 भासड़ाखुर्द, 137 गोंधारी, भांसड़ाकलां, नेकोरा एवं 140 क जनोरी मतदान केन्द्र शामिल है।

उम्मीदवारों को व्यय रजिस्टर का परीक्षण कराना होगा आज

  भाण्ड़ेर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में उप चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों को अपने व्यय रजिस्टरों का परीक्षण 31 अक्टूबर 2020 को प्रातः 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक रिटर्निग ऑफीसर भाण्ड़ेर के कार्यालय में कराना होगा। जिस पर व्यय प्रेक्षक हस्ताक्षर करेंगे।

फ्लैग मार्च निकालकर दिया मतदाताओं को संदेश : निर्भीक होकर डालें वोट

 

जिला प्रशासन और पुलिस आपकी सुरक्षा के लिये पूरी तरह मुस्तैद है। आप स्वतंत्र एवं निर्भीक होकर आगामी 3 नवम्बर 2020 को अपने मताधिकार का उपयोग करें।  
    कलेक्टर श्री बी. विजय दत्ता एवं पुलिस अधीक्षक गुरूकरण सिंह के इस संदेश को देने हेतु विधानसभा क्षेत्र 21-भाण्ड़ेर (अ.जा.) में फ्लेग मार्च निकाला गया। फ्लैग मार्च में बड़ी संख्या में पुलिस एवं सुरक्षा बल के जवान शामिल थे। कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक के निर्देशों के तहत् पुलिस बल के जवानों ने पैदल फ्लैग मार्च किया। पैदल मार्च घटिया बाजार, हजारी मोहल्ला, सीटोला, टीवी टॉवर, सिकंदपुर, सराय, ठाकुर मोहल्ला और घोसिायाना मार्ग से निकला।

शुक्रवार, 30 अक्तूबर 2020

आई टी और वीडियो काल का दुरूपयोग करते हैं अपराधी , लोकेशन और हाल व हालातों की रैकी का माध्यम है अनजाने वीडियो काल , 80 फीसदी पुलिसिये रहते हैं शामिल अपराध में

 वीडियो  काल अटेंड करने से पहले हो जायें सावधान

नरेन्द्र सिंह तोमर , एडवोकेट

80 फीसदी आपराधिक  वारदातों में की जाती है रैकी और फिर हत्या से लेकर सायबर क्राइम और चोरीयों के लिये इस्तेमाल किये जाते हैं , मोबाइलों की लोकेशन और आपकी लोकेशन और पृष्ठभूमि से लेकर हालातों और हालत की ट्रेसिंग .... 

जहां इस समय सायबर क्राइम का जोर बढ़ता जा रहा है , वहीं अभी भारत के पुलिस विभाग में न तो सायबर क्राइम विशेषज्ञ उपलब्ध हैं और न तकनीकी जानकारी के विशेषज्ञ , केवल एथिकल हैकिंग के कोर्स मात्र करे चंद लोगों के जरिये ही पुलिस विभाग अपना काम चला रहा है जबकि सायबर क्राइम एक बहुत बड़ी व्यापक विधा है और इसका दायरा व क्षेत्र तकरीबन आम आदमी के सभी निजी जीवन तक और प्रायवेसी तक पहुचता है ।

98 फीसदी आम आदमी को पता ही नहीं चलता और पता ही नहीं हो पाता कि उसके छोटे से मोबाइल फोन या उसके आई फोन या टेबलेट या डेस्कटाप के जरिये न तो उसका कुछ भी निजी रहा है और न कोई भी जानकारी निजी रही है ।

मसलन कई बरस पहले जब स्मार्ट फोन दुर्लभ थे और 10 हजार लोगों में से किसी एक पर स्मार्ट फोन होता था । 3 जी नेटवर्क तक आदमी कुछ हद तक महफूज था । भारत में 4 जी नेटवर्क के साथ तमाम दुष्टतायें अपने आप ही साथ आ गईं । लेकिन 4 जी के साथ , सावधानियां और सुरक्षायें कंपनीयां उपलब्ध नहीं करा पाईं । या धन के लालच और प्रतिस्पर्धा से भयभीत होकर बाजार कैप्चर हाथ से निकल जाने के डर या लोभ लालच से जानबूझ कर नहीं कराई गईं । अब तो 5 जी का टर्निंग टाइम है , भारत में 5 जी की लांचिंग और टेस्टिंग 2018 में की गई थी और सितंबर 2018 तक इसे आम लोगों के लिये लांच करने की घोषणा की गई थी , लेकिन किसी वजह से इसे पहले जनवरी 2019 तक फिर सितंबर 2019 तक बढ़ाया गया , सन 2019 में 5 जी की स्पेक्ट्रम की नीलामी की गई , इसे दो कंपनीयों ने खरीदा और बाद में एक अन्य कंपनी ने भी खरीदा । कंपनीयों ने सन 2019 में इसे जनवरी 2020 में चालू करने की घोषणा की , लेकिन कंपनीयां स्पेक्ट्रम खरीदने के बावजूद इसे अक्टूबर 2020 बीतने तक भारत में शुरू नहीं कर पाईं । जबकि 5 जी फोन बाजार में जनवरी 2020 के पहले ही सन 2019 में बाजार में आ गये ।

खैर नेटवर्क में कोई सी भी हो , मुख्य खतरा जहां से शुरू होता है उसमें पांच चीजें प्रमुख हैं 1. डिवाइस ( कम्प्यूटर , मोबाइल , लैपटाप , आई फोन आदि , डिवाइस की सम्यक परिभाषा आई टी एक्ट 2000 में देखें , यही परिभाषा व्यापक है , जिसमें किसी कम्यूनिकेशन डिवाइस को शामिल किया गया है चाहे वह कोई भी उपकरण हो और जिसका इस्तेमाल किसी भी संचार में या किसी भी माध्यम में आता हो जो किसी आवाज , इमेज , फोटो, वीडियो , या टेक्स्ट – लेख को कम्यूनिकेट करती हैं और संगृहीत की जाती हैं तथा एक जगह से दूसरी जगह स्थानांतरणीय और हस्तांतरणीय हैं ) चाहे वह फिजिकल हो , आप्टीकल हो या वायरलेस हो या इन्फ्रा रेड टेक्नालाजिकल कोई भी ( इन्फ्रारेड को सामान्य भाषा में आई आर कहा जाता है ) , कोई मॉडम या रूटर , कैमरा , ड्रॉन आदि सभी ( जिन के लिये गृह मंत्रालय द्वारा लायसेंस जारी किया जाता है वे मालवाहक ड्रोन , बगैर लायसेंस लिये कोई भी शख्स या कंपनी या सर्विस प्रोवाइडर कैसा भी कोई ड्रान कहीं भी नहीं , कभी भी नहीं उड़ा सकता या चला सकता है ) इस संबंध में गृह मंत्रालय भारत सरकार द्वारा विस्तृत निर्देश एवं नियमावली व अनुज्ञप्ति विधान जारी किये गये हैं , ग्वालियर टाइम्स इन्हें सम्यक अवसर पर प्रकाशित करेगी । डिवाइसों की सेटिंग प्रमुख विषय वस्तु है , जिसमें प्रायवेसी और सिक्योरिटी सेटिंग्स ( निजता , गोपीयता और सुरक्षा सेटिंग ) प्रमुख हैं इन्हें सोच समझ कर अपनी आवश्यकता नुसार बेहद सख्त मोड पर सेट करके रखना चाहिये , यदि वायरलेस या आई आर के जरिये इन सेटिंगों से कोई छेड़छाड़ करता है या पासवर्ड चुराता है या किसी या सारी सेटिंग्स अल्टर करता है या किसी डिवाइस को फेब्रिकेट करता है , जाली डिवाइस या सिम क्लोन करके बनाता या इस्तेमाल करता है तो यह सब सायबर क्राइम् के तहत आता है और आई पी सी की तमाम धाराओं सहित , आई टी एक्ट 2000 के तहत परिभाषित अपराध हैं और इनकी सजा आजीवन कारावास तक निर्घारित है ।

2. सिम – दूसरे पहलू में सिम कार्ड चाहे वह फिजिकल सिम हो या इलेक्ट्रानिक या ई सिम हो या किसी सिम से कनेक्ट होने वाला आई आर या वायरलेस नेटवर्क हो जिसमें डब्ल्यू पी एस , वाई फाई , वी पी एन , डायरेक्ट वायरलेस / डब्ल्यू पी एस कनेक्टिविटी आदि शामिल हैं । किसी ऐसी कंपनी की सिम लें जिसमें कंपनी किसी भी फ्री योजना में या प्रथम रीचार्ज ( एफ आर सी ) में लाइव , फ्री टी वी पैक , फ्री सबस्क्रिप्शन ( डाटा और कालिंग के अलावा ) उपलब्ध न कराती हो , सिमों को बेचने की यही योजनायें लोभ लालच में आदमी के साथ होने वाली वारदातों की मुख्य वजह बनती है और अपराधी जो कि अधिकतर सिम विक्रेताओं से जुड़े रहते हैं , ऐसी सिमों / नई सिमों ( अपराधीयों की भाषा में इन्हें कमजोर सिम या सिमों की कमजोरी कहा पुकारा जाता है और ऐसी सिमों को और सिम धारक को अपना टारगेट बनाया जाता है , सिम सुरक्षा के लिये सबसे अव्वल सिम कार्ड में लाक डाल कर रखना चाहिये । सिम लाक खोलने के लिये अपराधी को लाक पासवर्ड डालना पड़ेगा , और पी यू के कोड जानने की जुगत लगानी होगी । अगर आपका पी यू के कोड अपराधी किसी तरह से जान लेते हैं तो आप बजाय सिम बदलने के लिये अपना सिम पोर्ट करा दें , इसे एम एन पी कहा जाता है , कंपनी बदलते ही आपका पी यू के कोड अपने आप बदल जायेगा ।

अपराधी सामान्यत: ( 90 प्रतिशत सिम संबंधी क्राइमों में ) आपके सिम लाक कोड, पी यूके कोड , स्थानीय सिम विक्रेताओं या लोकल सिम डीलर से आसानी से हासिल कर लेते हैं , उसके बाद आपकी सिम को लास एंड डेमेज करने का खेल शुरू होता है और आपके ओटीपी , पासवर्ड , वीडियो कालिंग , डिवाइसों पर कम्यूनिकेशन , कालिंग , सिंक्रोनाइजिंग , क्लाउड सिंक्रोनाइजेशन आदि आपके उस नंबर की सारी की सारी अपराधी हासिल कर लेते हैं । कैसे किया जाता है यह इसी आलेख समाचार में आगे पढ़ें ।

3. इंटरनेट सर्फिंग / ब्राउजिंग / हैबिटस / क्लोनिंग / सिंक्रोनाइजेशन/ ट्राझन्स / की लागर्स / मालवेयर्स  तथा वायरस आदि

4. सीक्रेट/ हिडन डिवाइसेज  और एप्लीकेशन्स / साफ्टवेयर्स आदि जैसे मोबाइलों में हिडन कैमरा एप्लीकेशन इंस्टाल करना

5. सभी प्रकार की ट्रेसिंग डिवाइसेज / सभी प्रकार की ट्रेसिंग एप्लीकेशन्स / साफ्टवेयर्स आदि चाहे वे आफलाइन काम करतीं हों / चाहे वे आनलाइन काम करतीं हों या चाहे वे बैकग्राउंड में काम करतीं हों ( सभी आई पी सी और आई टी एक्ट में परिभाषित अपराध हैं

 

शेष अगले अंक में ........  कुछ केसेज सायबर क्राइम मुरैना जिला तथा कैसे बनाया जाता है आपको शिकार और कैसे आपकी जान माल खतरे में है , कैसे बचें आप इन अपराधीयों से , कैसे करते हैं अपराधी आई टी और सायबर का इस्तेमाल करते हैं अपराधी , पुलिस कहां और कैसे असफल होती है , कैसे पुलिस में ही घुसे बैठे हैं 90 फीसदी सायबर अपराधी ....

नरेन्द्र सिंह तोमर , एडवोकेट ( आई टी एवं सायबर क्राइम स्पेशलिस्ट   , म. प्र उच्च न्यायालय , खंड पीठ . ग्वालियर हाई कोर्ट , जिला एवं सत्र न्यायालय मुरैना

गुरुवार, 29 अक्तूबर 2020

सेक्टर अधिकारी मतदान केन्द्रों के आस-पास होने वाली गतिविधियों पर सतत नजर रखें

   कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री बी. विजय दत्ता ने भाण्ड़ेर विधानसभा उपनिर्वाचन हेतु नियुक्त कए गए। सेवटर अधिकारियों की बैठक में निर्देश दिए कि सभी सेक्टर अधिकारी अपने सेक्टर के तहत् आने वाले सभी मतदान केन्द्रों का निरीक्षण कर मूलभूत सुविधायें सुनिश्चित करें। मतदान केन्द्र के आस-पास होने वाली सभी गतिविधियों पर सत्त निगरानी रखें।
    कलेक्टर श्री दत्ता बुधवार को न्यू कलेक्ट्रेट के सभाकक्ष में भाण्ड़ेर विधानसभा उपनिर्वाचन हेतु नियुक्त किए गए सेक्टर अधिकारियों की बैठक को संबेधित कर रहे थे। बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री गुरूकरण सिंह, अपर कलेक्टर श्री सुजान सिंह रावत, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अतेन्द्र सिंह गुर्जर, उपजिला निर्वाचन अधिकारी श्री अशोक सिंह चौहान, रिटर्निग ऑफीसर भाण्ड़ेर श्री अरविन्द माहौर, एसडीएम सेवढ़ा श्री अनुराग निगवाल सहित सेक्टर अध्किारी आदि उपस्थित थे।
    कलेक्टर ने सभी सेक्टर अधिकारियों को निर्देश दिए कि उन्हें सौंपे गए सेक्टरों के तहत् सभी मतदान केद्रों का पुलिस अधिकारियों के साथ भी निरीक्षण कर आवश्यक मूलभूत सुविधायें सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि मतदान के एक दिन पूर्व सभी सेक्टर अधिकारी मतदान केन्द्रों की ओके रिपोर्ट रिटर्निग ऑफीसर को आवश्यक रूप से भेंजे। सभी सेक्टर अधिकारी 2 नवम्बर को अपने सेक्टर के किसी भी एक मतदान केन्द्र पर रात्रि विश्राम करेंगे।  कलेक्टर ने कहा कि  रिजर्व में नियुक्त सभी सेक्टर अधिकारी अपने आप को रिजर्व में न मानते हुए बल्कि ऑन ड्यूटी रहे। जिससे आवश्यकता पड़ने पर तत्काल सेवायें ली जा सके। उन्होंने कहा कि मतदान केन्द्रों पर मतदान हेतु कोविड-19 की गाईड लाईन का पालन करते हुए कतार रहित व्यवसथा सुनिश्चत करना है। कलेक्टर ने कहा कि मतदान वाले दिन भाण्ड़ेर विधानसभा को चार क्षेत्रों में बांटा गया है। जिसके लिए अपर कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ, उपजिला निर्वाचन अधिकारी एवं जिला मुख्यालय पर पदस्थ डिप्टी कलेक्टर को  निगरानी रखने की जबावदेही सुनिश्चित की गई है।
    कलेक्टर श्री दत्ता ने सभी सेक्टर अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह अपने सेक्टर के भ्रमण के दौरान लोगों से कहें कि वह स्वतंत्र एवं निर्भिक होकर अपना मतदान करें। किसी के दबाव एवं प्रलोभन में न आए। अगर कोई व्यक्ति किसी प्रकार का दबाव डालता है तो उसकी भी जानकारी सेक्टर अधिकारी संकलित करें जिससे संबंधित के विरूद्ध कार्यवाही की जा सके। उन्होंने सेक्टर अधिकारियों को पीठासीन की डायरी का अध्ययन करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि मतदान हेतु मतदान दल को सामग्री वितरित करते समय सेक्टर अधिकारी उपस्थित होकर उसका मिलान भी कराए। पुलिस अधीक्षक श्री गुरूकरण सिंह ने कहा कि मतदान केन्द्रों पर निरंतर नजर बनाए रखें किसी भी प्रकार की शिकायत या समस्या आने पर तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों को भी बताए। मतदान केन्द्र पर लोगों की भीड़ एकत्रित न होने दें। इसके लिए मतगणना अभिकर्ताओं को आवश्यक निर्देश दिए जाए।

संभाग आयुक्त ने मतगणना स्थल का किया निरीक्षण

    ग्वालियर संभाग आयुक्त श्री आशीष सक्सैना ने भाण्ड़ेर विधानसभा उपनिर्वाचन हेतु 3 नवम्बर को मतदान उपरांत 10 नवम्बर को होने वाली मतगणना के संबंध में मतगणना स्थल का निरीक्षण कर मतगणना कि तैयारियों एवं व्यवस्थाओं के संबंध में अधिकारियों से चर्चा कर जानकारी ली।
   इस दौरान कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री बी. विजय दत्ता, पुलिस अधीक्षक श्री गुरूकरण सिंह, अपर कलेक्टर श्री सुजान सिंह रावत, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अतेन्द्र सिंह गुर्जर, उपजिला निर्वाचन अधिकारी श्री अशोक सिंह चौहान, भाण्ड़ेर विधानसभा क्षेत्र के रिटर्निग ऑफीसर श्री अरविन्द माहौर सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।   
   संभाग आयुक्त ने स्ट्रांग रूम, मतदान उपरांत 10 नवम्बर 2020 को दो कक्षों में होने वाली मतगणना की व्यवस्थाओं का निरीक्षण कर जानकारी ली। उन्होंने मतगणना स्थल पर वाहन व्यवस्था, उम्मीदवारों एवं, मतगणना एजेन्टों को प्रवेश, मीडिया सेंटर के गठन, आदि की जानकारी लेते हुए कहा कि मतगणना स्थल के बाहर दो बड़ी स्क्रीन, कैमरे भी लगाए जाए। जिससे सामग्री वितरण एवं प्राप्ति के दौरान किसी भी प्रकार की सूचना देने में उपयोग किया जा सके।
   कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री बी. विजय दत्ता ने बताया कि 10 नवम्बर को शासकीय पॉलीटैक्निक महाविद्यालय दतिया में मतगणना होगी। मतगणना का कार्य दो कक्षों में किया जायेगा। प्रत्येक कक्ष में मतगणना हेतु 7-7 टेबिल लागई जायेगी। मतगणना कर्मियों के साथ, मतगणना अभिकर्ताओं के बैठने की भी व्यवस्था की जायेगी। उन्होंने बताय कि प्रत्येक मतगणनरा कक्ष में 1-1 सहायक रिटर्निग ऑफीसर रहेगा। जिसमें एक कक्ष में रिटर्निग ऑफीसर के समक्ष डाकपत्र की भी गणना होगी

Gwalior Times Live Datia Detailed News ग्वालियर टाइम्स लाइव विस्तृत दतिया समाचार

Gwalior Times Live Datia Detailed News ग्वालियर टाइम्स लाइव विस्तृत दतिया समाचार सरकारी धन के गबन के मुलजिमों को बचाने में ...